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Showing posts from June, 2021

बेस्ट च्वॉइस। Best Choice । theromanch story

बारिश बंद हो गई थी लेकिन केशव न आया। अब तो सुनिधि को चिंता सी होने लगी थी। तीन घंटे बीत गए थे उसका फोन आए हुए। कहीं किसी ने देख तो नहीं लिया या मम्मी-पापा ने रोक लिया हो। हो सकता है कि वो डर रहा हो। डरपोक है ही। वैसे भी कोई भी इस सिचुएशन में डर जाए। किसी लड़की के घर रात भर के लिए आना और रुकना इस इलाके के लिए इतनी सिम्पल बात तो नहीं। बेचारी सुनिधि कितनी बेसब्री से इस पल का इंतजार कर रही थी। कितने महीनों से कर रही थी। हाय।  सुनिधि पीजी सेकंड ईयर स्टूडेंट थी मालवीय कॉलेज में। केशव उसका क्लासमेट था। छोटे-छोटे रंधावा स्टाइल वाले खड़े बाल , गोरा लम्बा चेहरा और लम्बी-चौड़ी हॉट पर्सनॉलिटी वाला केशव अभी भी शर्मीला था। सुनिधि को वो पहली नजर में ही पसंद आया था लेकिन भला वह कैसे कह देती। वह तो बस उसे एक बार आंख भर देख लेती और उसी से खुश हो जाती। सहेलियां उसकी इन चोर आंखो को पहचानकर आगे बढ़ने को धक्का देती लेकिन वो न बढ़ी। इस दौरान तमाम लड़को ने उस तक पहुंच बनानी चाही लेकिन कोई भी सफल न हुआ। सुनिधि ने किसी को आने न दिया क्योंकि उसका मासूम दिल केशव के लिए धीमे-धीमे धड़क रहा था। फिर किसी तरह वो दिन भी आय

सीरियल नम्बर।

कहानी सीरियल नम्बर। ‘ मेरा दोस्त हत्यारा है। मर्डरर है वो। उसी ने मारा है। उसी ने। उसी ने। ’ दूसरी ओर के फोन पर बोलते आदमी की चिल्लाहट धीमी होती-होती बुदबुदाने तक सिमट गई। इंस्पेक्टर गोरे इस ओर से पूछता रह गया लेकिन आगे की बात न हो पाई। फोन कट गया। ‘ बताया भी नहीं कि मर्डर कहां हुआ है ?’ उसने रिसीवर की ओर देखते हुए कहा और रख दिया। ‘ साहब! साहब! ’ हवलदार दौड़ता हुआ आया। ‘ हां सुमेंद्र सिंह। ’ ‘ साहब! मर्डर हो गया है। ’ गोरे हैरान हो गया। ‘ मर्डर ’ उसने फोन की ओर देखा और हवलदार का रुख किया। ‘ कहां ?’ ‘ यहीं गली नम्बर ग्यारह में। ’ ‘ ग्यारह नम्बर ? यानी एक गली दूर! ’ गोरे ने डंडा और गन उठाई। ‘ तो खड़े क्या हो ? चलो जल्दी। ’ वो भागता हुआ बाहर आया। थाना बारह नम्बर गली में था और मर्डर ग्यारह नम्बर में हुआ था तो गाड़ी की जरूरत न थी। गोरे और साथ में तीन पुलिसवाले घटनास्थल पर पहुंच गए थे। भीड़ इकट्ठा हो गई थी। पुलिस को देखकर लोगों ने रास्ता बनाया तो गोरे गोले के भीतर पहुंचा। बिल्डिंग के पार्किंग स्लॉट में वयस्क की गर्दन पर चाकू मारी गई थी। गोरे ने लाश के सीने पर ध्यान दिया। ‘ सीरियल ग्यारह