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सभी ज्योतिर्लिंगो की कथा (बारह ज्योतिर्लिंग) Twelve Jyotirlingam

ज्योतिर्लिंग

अधर्म व बुराई के संंहारक, भक्तों के प्रिय, त्रिपुरारी, शम्भू, देवेश्वर, महादेव भगवान श्री शिवशंकर भोलेनाथ इस सृष्टि के सम्पूर्ण सनातन स्वामी हैं। जिनके नाम से कायर व्यक्ति भी बलवान हो जाता है, भक्त प्रेम मे डूब जाता है, दुष्ट कांपने लगते हैं, जो किसी से द्वेष नहीं करते, सभी पंथों के चराचर स्वामी, सर्वप्रिय भगवान महादेव के असंख्य मंदिर इस जगत मे स्थापित हैं। हर गांव, शहर कस्बे आदि मे जिनकी सर्वत्र पूजा होती है आज हम उनके प्रमुख बारह मंदिरों की चर्चा करेंगे।

बचपन से ही हम 'ज्योतिर्लिंग' शब्द से परिचित होते रहते हैं। भगवान शिव के असंख्य मंदिरों, अनंत शिवलिंगों मे ज्योतिर्लिंगों का बहुत अधिक महत्व है।

ज्योतिर्लिंग संख्या मे बारह हैं जो भारत के अलग-अलग हिस्सों मे स्थित हैं।

ज्योतिर्लिंग की उत्पत्ति

एक समय जब भगवान नारायण और भगवान ब्रह्मा बड़ा कौन है इस बात पर विवाद कर बैठे तब भगवान शिव ने एक अनादि-अनंत शिवलिंग उनके सामने रख दिया और भगवान नारायण और भगवान ब्रह्मा से क्रमशः शिवलिंग का अंत एवं आदि खोजने के लिए कहा। जो भी पहले लौट के आएगा वही बड़ा होगा।

दोनों लोग अपनी दिशा मे गए किंतु दोनों सफल न हो सके। भगवान नारायण ने स्वीकार किया कि वे अंत नहीं खोज सके किंतु भगवान ब्रह्मा ने असत्य कह दिया कि उन्होने आदि खोज लिया है। उनके झूठ से क्रोधित होकर शिवजी ने उन्हें श्राप दिया कि उनकी पूजा कभी नहीं होगी और भगवान नारायण को वरदान दिया कि वे अवतार लेकर बुराई का नाश करेंगे एवं सर्वत्र पूजे जाएंगे। और फिर वह अनादि-अनंत लिंग बारह ज्योतिर्लिंगों मे परिवर्तित हो गया यद्यपि प्रत्येक ज्योतिर्लिंग की स्थापना की अलग-अलग कथा है।


सभी ज्योतिर्लिंगो की कथा

शिवपुराण की कोटिरुद्रसंंहिता मे सूतजी ने ऋषियों की धर्मसभा मे उन्हें भगवान शिव के असंख्य लिंगो मे से प्रमुख बारह ज्योतिर्लिंगों के नाम बताए जिन्हे आज हम जानेंगे-

किसी भी ज्योतिर्लिंग की उत्पत्ति की कथा के लिए उसके नाम पर क्लिक करें।


1. सोमनाथ ज्योतिर्लिंग, वेरावल (सौराष्ट्र, गुजरात)

2. मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग, श्रीशैलम (आंध्रपदेश)

3. महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग, उज्जैन (मध्यप्रदेश)

4. ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग, खंडवा(मध्यप्रदेश)

5. केदारनाथ ज्योतिर्लिंग, रुद्रप्रयाग (उत्तराखंड)

6. भीमशंकर ज्योतिर्लिंग, पुणे(महाराष्ट्र)

7. विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग, काशी(उत्तरप्रदेश)

8. त्र्यम्बकेश्वर ज्योतिर्लिंग, नासिक(महाराष्ट्र)

9. बैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग, देवगढ़(झारखंड)

10. नागेश्वर ज्योतिर्लिंग, द्वारका (गुजरात)

11. रामेश्वर ज्योतिर्लिंग, रामेश्वरम(तमिलनाडु)

12.घृश्णेश्वर ज्योतिर्लिंग, वेरुलगांव, दौलताबाद(महाराष्ट्र)



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